नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की नई सरकार बनते ही अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा है। इसी से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर चिराग पासवान का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स रो रहा है और चिराग पासवान उसे लगे लगाकर चुप करा रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि चिराग पासवान उन लोगों से मिलने के लिए पहुंचे, जिन्होंने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ हो रही कार्रवाई में अपना घर गंवा दिया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। असल में वायरल वीडियो करीब तीन महीने पुराना है, जब चिराग अपनी पार्टी के एक सहयोगी के मां के निधन पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर ‘Bihar Me Charcha Ba’ ने 29 नवंबर 2025 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “चिराग पासवान मिलने पहुंचे उन सभी लोगों से जिनके घर बुलडोजर के द्वारा तोड़ दिया गया है।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से इसके कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो ‘युवा बिहारी संतोष कुमार’ नाम के फेसबुक अकाउंट पर मिला। असली वीडियो को 4 सितंबर 2025 को शेयर किया गया था। कैप्शन के अनुसार, “हाजीपुर के सांसद सह केंद्रीय मंत्री माननीय चिराग पासवान जी के सहयोगी मनोहर चौधरी जी के माता जी के निधन के उपरांत अस्पताल पहुंचकर पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर शोकाकुल परिजन से मुलाकात कर ढाढस बढाया। ईश्वर मृत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति।”

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी एक पोस्ट ‘Lok Janshakti Party’ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मिली। पोस्ट को 5 सितंबर 2025 को शेयर किया गया था। कैप्शन के मुताबिक, “पटना कार्यालय के वरिष्ठ सहयोगी श्री मनोहर जी की पूजनीय माता जी के निधन पर, कल राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री आदरणीय श्री Chirag Paswan जी ने शोकाकुल परिवार से भेंट कर गहरी संवेदनाएँ व्यक्त कीं तथा इस दुःख की घड़ी में पूरे परिवार को संबल प्रदान किया।”

हमें वायरल वीडियो से जुड़ी पोस्ट इसी जानकारी के साथ ‘Lok Janshakti Party’ आधिकारिक एक्स अकाउंट पर भी 5 सितंबर 2025 को शेयर हुई मिली।
अधिक जानकारी के लिए हमने पटना दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर जितेंद्र कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल हो रहा वीडियो पुराना है और अवैध अतिक्रमण के खिलाफ हो रही कार्रवाई से संबंधित नहीं है।
बिहार में चल रहे अवैध अतिक्रमण हटाने के अभियान को लेकर ‘Lok Janshakti Party’ ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से 27 नवंबर 2025 को एक पोस्ट जारी किया था। पार्टी ने लिखा था, “नालंदा के शिवनंदन नगर से जुड़ी स्थिति पार्टी एवं शीर्ष नेतृत्व के संज्ञान में आते ही, स्थानीय से लेकर प्रदेशीय स्तर तक प्रशासन के साथ त्वरित समन्वय स्थापित कर समाधान की प्रक्रिया आरंभ की गई। हाईकोर्ट के आदेशों के कारण प्रशासन पर कुछ अनिवार्य कदम उठाने का दबाव था—यह परिस्थिति समझने योग्य है, और साथ ही वहां निवास करने वाले परिवारों की चिंता और असुरक्षा भी उतनी ही वास्तविक है। इन्हीं परिस्थितियों में, हमारी पार्टी और वरिष्ठ नेतृत्व के निरंतर एवं संवेदनशील प्रयासों से एक व्यावहारिक तथा मानवीय समाधान को अमली जामा पहनाया जा रहा है। इस पहल से प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत मिलने की संभावना मजबूत हुई है, और यह उम्मीद भी बनी है कि पुनर्वास की प्रक्रिया आने वाले दिनों में सहजता से आगे बढ़ सकेगी। आप सभी से हमारा विनम्र अनुरोध है कि इस समाधान प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग प्रदान करें, ताकि किसी भी परिवार को बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के कठिनाई का सामना न करना पड़े। हमारा उद्देश्य केवल व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि हर परिवार की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करना है। इन सभी प्रयासों में हमारे नेता आदरणीय @iChiragPaswan जी, माननीय सांसद व बिहार प्रभारी श्री @ArunBhartiLJP जी, तथा नालंदा के जिला अध्यक्ष श्री सत्येंद्र मुकुट जी की अध्यक्षता में बनी पाँच सदस्यीय कमेटी ने अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही प्रखंड अध्यक्ष जोगिंदर पासवान का हृदय से आभार, जिन्होंने समन्वय और समाधान की पूरी प्रक्रिया में सक्रिय एवं सराहनीय योगदान दिया।”
‘बिहार तक’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर हमें अवैध अतिक्रमण को लेकर बिहार में चल रही कार्रवाई से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट मिली। वीडियो रिपोर्ट को 30 नवंबर 2025 को शेयर किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, नालंदा में अतिक्रमण में अपना घर गंवा चुके पीड़ितों से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद और चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती मिलने पहुंचे थे। उन्होंने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मदद करेगी। डिस्क्रिप्शन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, “नालंदा में हुए बुलडोज़र एक्शन के बाद हालात बेहद भावुक हो गए हैं। अरुण भारती के सामने एक बुजुर्ग अपनी उजड़ी हुई झोपड़ी को देखकर फूट-फूटकर रो पड़े और उन्होंने यहां तक कह दिया कि अब जीने का मन नहीं करता। पूरे इलाके में प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर तनाव और आक्रोश बना हुआ है।”
आखिर में हमने पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के फेसबुक अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 9.7 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर एक खास विचारधारा वाली पोस्ट्स को शेयर करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि चिराग पासवान के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वायरल वीडियो करीब तीन महीने पुराना है, जब वह अपनी पार्टी के एक सहयोगी के मां के निधन पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
The post Fact Check: रोते हुए लोगों से मिलने का चिराग पासवान का वायरल वीडियो पुराना, अतिक्रमण की कार्रवाई से संबंधित नहीं appeared first on Vishvas News.
