नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान के बाद अब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) आईजी कश्मीर फ्रंटियर अशोक यादव का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्हें बोलते हुए दिखाया गया है कि केंद्र सरकार से फंड नहीं मिलने के कारण बीएसएफ आतंकवाद रोधी मोर्चे पर विफल हो रही है।
विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की तो पता चला कि अशोक यादव ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। वायरल वीडियो को एआई से छेड़छाड़ करके तैयार किया गया है।
क्या है वायरल पोस्ट?
एक्स यूजर Hawk’s Eye ने 1 दिसंबर को वीडियो को पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया है। इसमें अशोक यादव कथित तौर पर कह रहे हैं, “बीएसएफ बिना किसी के सहयोग के यह पुष्टि करती है कि साल 2025 में हमने एक भी आतंकी को नहीं मारा है। इस दौरान घुसपैठ की चार सफल कोशिशें की गईं। हमारी खुफिया जानकारी देने वाली जी शाखा ने साल भर ज्यादातर समय गायों, परछाइयों और कभी-कभी अपनी ही गश्ती टीमों को हाई-वैल्यू खतरे के रूप में गलत पहचाना। हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि 69 लॉन्चिंग पैड्स की कड़ी निगरानी के बाद भी कुछ नहीं मिला क्योंकि हमारे बाइनाक्यूलर्स पिछले साल से प्रोक्योरमेंट का इंतजार कर रहे हैं। अनुमान है कि करीब 100 से 120 आतंकी एलओसी पाक कर देश में घुस गए होंगे। अलग-अलग कैंप ट्रेनिंग निगरानी में बने हुए हैं, जिसका अधिकतर मतलब यह होता है कि हम किसी भी पहाड़ी इलाके पर जूम कर लेते हैं और फिर कागजों पर जीत का दावा करते हैं। हमारा खुफिया तंत्र यह सुनिश्चित करने में लगा रहता है कि हमारा भ्रम लगातार बना रहे।” (अनुवाद)
इसके साथ में यूजर ने लिखा है, “BSF IG कश्मीर अशोक यादव ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ‘हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जीरो हासिल किया है क्योंकि केंद्र सरकार हमें हमारा प्रोक्योरमेंट बजट और फंड देने से मना कर रही है, हम पूरी तरह से फेल हो रहे हैं।’” (अनुवाद)
फेसबुक यूजर ‘चन्दन यादव- राष्ट्रीय सचिव समाजवादी युवजन सभा’ ने 2 दिसंबर को इस वीडियो को शेयर (आर्काइव लिंक) कर समान दावा किया गया है।

पड़ताल
वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली।
इसके बाद वायरल वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस से सर्च किया। एएनआई के एक्स हैंडल से 1 दिसंबर को बीएसएफ आईजी कश्मीर फ्रंटियर के प्रेस कॉन्फ्रेंस की तीन क्लिप्स पोस्ट की गई हैं। इसके अनुसार, अशोक यादव ने श्रीनगर में वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “2025-26 में BSF की सबसे बड़ी उपलब्धि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ रहा, जिसके दौरान BSF यूनिट्स ने इंडियन आर्मी के साथ मिलकर LoC पर पाकिस्तानी पोस्ट और आतंकवादी लॉन्चिंग पैड पर असरदार तरीके से फायरिंग की… कश्मीर फ्रंटियर की सभी BSF यूनिट्स, जिसमें उसकी आर्टिलरी रेजिमेंट भी शामिल हैं, ने दुश्मन की पोस्ट और बंकरों पर भारी और सटीक गोलाबारी और फायरिंग की, जिससे पाकिस्तानी सैनिकों को भारी नुकसान हुआ, उनकी आगे की पोस्ट को बहुत ज़्यादा नुकसान हुआ और LoC पर आतंकवादियों के कुछ लॉन्चिंग पैड पूरी तरह से तबाह हो गए।”
दूसरी क्लिप के अनुसार, अशोक यादव ने कहा, “BSF ने सेना के साथ मिलकर 2025 में आतंकवादियों द्वारा की गई 4 घुसपैठ की कोशिशों में 8 आतंकवादियों को मार गिराया… BSF की G ब्रांच ने आतंकवादी समूहों और उनके कैडरों की गतिविधियों और हरकतों के बारे में महत्वपूर्ण ऑपरेशनल इंटेलिजेंस देने में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है… हमारी G यूनिट LoC के साथ सभी 69 एक्टिव लॉन्चिंग पैड्स पर कड़ी नजर रख रही है, जहां लगभग 100-120 आतंकवादी घुसपैठ करने का इंतजार कर रहे हैं। साथ ही आतंकवादियों के अलग-अलग ट्रेनिंग कैंप भी हमारी इंटेलिजेंस विंग की निगरानी में हैं…।”
इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो में असली वीडियो के मुकाबले उलट दावा किया गया है।
एएनआई न्यूज के यूट्यूब चैनल पर 1 दिसंबर को इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की लाइव स्ट्रीमिंग की गई थी। इसमें कहीं भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाने वाला बयान नहीं दिया गया है।
वायरल वीडियो में एआई की संभावना की पुष्टि के लिए हमने इसे इनविड टूल के माध्यम से हिया से चेक किया। इसमें ऑडियो को 93 फीसदी एआई संभावित बताया गया।

एआई डिटेक्शन टूल aurigin.ai पर भी हमने वीडियो के ऑडियो को चेक किया। इसमें भी एआई से छेड़छाड़ की संभावना जताई गई।

इस बारे में हमने एआई एक्सपर्ट अजहर माचवे से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि वीडियो में एआई से छेड़छाड़ कर इसे एडिट किया गया है।
पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने भी 1 दिसंबर को वायरल वीडियो को डीपफेक बताते हुए पोस्ट की है।
बीएसएफ आईजी कश्मीर फ्रंटियर का डीपफेक वीडियो शेयर करने वाला यूजर (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान का भी डीपफेक वीडियो शेयर कर चुका है।
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