नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर टूटी-फूटी कुर्सियों की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से जोड़ते हुए शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर हाल ही में बिहार में हुई भारतीय जनता पार्टी की एक रैली की है। जहां पर टूटी-फूटी कुर्सियां और खाली मैदान देखने को मिला।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। असल में वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2020 की है। पांच साल पुरानी तस्वीर को हाल का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
क्या हो रहा है वायरल?
इंस्टाग्राम यूजर “rajshree_yadav” ने 30 अक्टूबर 2025 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मोदी लहर चल रहा है बिहार में।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

एक अन्य यूजर ने फोटो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बिहार चुनाव के रुझान तो आ गया है मगर चुना आयोग के आशीर्वाद से नतीजा कुछ और ही आयेगा शायद __भाजपाइयों में जो कॉन्फिडेंस दिख रहा है पर जमीनी हकीकत कुछ और है।”
पड़ताल
वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। हमें वायरल तस्वीर ‘Upendra Gupta Pindrawala‘ और ‘Runnisaidpur‘ नाम के फेसबुक पेज पर मिली। फोटो को 27 अक्टूबर 2020 को शेयर की गई थी। मौजूद जानकारी के मुताबिक, “नीतीश कुमार का प्रचार करने आए निरहुआ का बिहार में इस प्रकार हुआ स्वागत ….आज बांका जिला के बेलहर मे जदयू प्रत्याशी मनोज यादव के चुनाव प्रचार करने आए निरहुआ के जनसभा की तस्वीर! निरहू भैया आपको लोग TV पे देखना पसंद चोर के साथ मंच पे नही।”

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें एक रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “बेलहर प्रखंड मुख्यालय स्थित झामा मैदान में जदयू प्रत्याशी मनोज यादव के पक्ष में भाजपा नेता दिनेशलाल यादव निरहुआ एवं रामकृपाल यादव ने चुनावी सभा को संबोधित किया। सभा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। सभा को संबोधित करते हुए निरहुआ ने कहा कि बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए एनडीए गठबंधन की ही सरकार एकमात्र विकल्प है।” हालांकि, हमें रिपोर्ट में कुर्सी तोड़ने या हंगामा करने जैसी कोई भी जानकारी नहीं मिली।
अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां पर देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण बांका के ब्यूरो चीफ बिजेंद्र राजबंधु से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यहां पर हाल-फिलहाल में कुर्सी तोड़ने जैसी कोई घटना नहीं हुई है। यह तस्वीर पिछले चुनाव की है। बेलहर के झामा मैदान में भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल निरहुआ के कार्यक्रम में तोड़फोड़ की घटना हुई थी।
अंत में हमने फोटो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को करीब छह हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कुर्सी तोड़ने की वायरल तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। असल में वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2020 की है। पांच साल पुरानी तस्वीर को हाल का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
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